Tuesday 2 April 2019

जानिए: जाटों को महाक्षत्रिय क्यों कहा जाता है?

क्यों कहा जाता है क्षत्रिय वीर जाटों को महाक्षत्रीय


खासकर चुनिए व वामपंथी, अंग्रेजो के गुलाम जरूर पढ़ें



देव संहिता में जाट वीरों को महाक्षत्रीय लिखा गया है।इसे भले ही पौराणिक कहानी कहा जाता हो लेकिन इसमें ऐतिहासिक तथ्यों की ओर जो इशारा किया गया है उससे नकारा नहीं जा सकता। इसके अलावा अन्य गर्न्थो के बारे में आपको बताता हूँ-

कुमापालचरित- राजा कुमारपाल पृथ्वीराज चौहान की दादी का भाई था। उसकी श्रीकुमारपाल चरित में 36 क्षत्रीय कुलों का वर्णन हैं। उसमें एकमात्र सम्पूर्ण जाट जाति को ही क्षत्रिय लिखा गया है।अन्य 35 वंश/गौत्र हैं जाती नहीं।और ये सब गौत्र भी जाटो में है।और कुछ अन्य जातियों में भी हैं।इससे यह स्पष्ट है कि जाट महाक्षत्रीय हैं।


पृथ्वीराज रासो- पृथ्वीराज रासो ग्रन्थ में भी 36 कुलों का वर्णन हैं जिसमें एकमात्र सम्पूर्ण जाट जाति को ही क्षत्रिय लिखा गया है अन्य 35 वंश है।

Jat Kshatriya Kumarpal Charit
जाट क्षत्रिय(पृथ्वीराज रासो,कुमारपाल चरित)

#गुजरात_की_प्राचीन_हस्तलिखित_पुस्तकें- इन हस्तलिखित पुस्तको में भी 36 कुलों में जाट जाति का वर्णन किया गया है।

#कर्नल_टॉड- राजपूत जाती पर लिखने वाले इतिहासकार कर्नल टॉड ने भी 36 संशोधित क्षत्रीय कुलों का वर्णन किया है जिसमें जाट जाति का स्पष्ट रूप से वर्णन किया गया है।

और जहाँ भी जिन 36 कुलों का जिक्र किया गया है वे सारे कुल जाट जाति में है।
राजपूत इतिहासकार Varna
जाट क्षत्रिय(ठाकुर नेकीराम राजपूत की पुस्तक,कर्नल टॉड)

वामपंथियो व अंग्रेजो ने इत्तिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रचारित किया है। और कुछ इतिहासकार शायद इन तथ्यों तक साधनों की कमी के कारण नहीं पहुंच पाए होंगे।
परन्तु इत्तिहास छुपाए नहीं छुपता।विधर्मियो व दुश्मनों की लाख चालों के बाद भी जाटो का स्वर्णिम इत्तिहास व शौर्य एवं सोशल स्टेटस इस बात की गवाही देता रहा है कि जाट सभी क्षत्रियो में सर्वश्रेष्ठ हैं।

राम कृष्ण के वंश हैं हम महादेव के अंश हैं हम

शीश कटे पर झुके नहीं,धड़ लड़ी पर रुके नहीं

देश धर्म की खातिर जान की बाजी लगा देंगे।
या तो खुद मिट जाएंगे या दुश्मन को मिटा देंगे।।

तभी तो कहा गया है - महावीर महाबली महाक्षत्रीय जाट

जय सूरजमल,जय भवानी

3 comments:

  1. संघर्ष के प्रखर प्रतीक व्यक्तित्व वाले महान जाट नायक, किसान मसीहा, भारतीय किसान यूनियन के आजीवन अध्यक्ष रहे चौ महेंद्र सिंह टिकैत ने किसानों के हित में जो आन्दोलन चलाये, उन्होंने सरकार को बुरी तरह हिला कर रख दिया था .
    http://jatnayak.com/baba-mahendra-singh-tikait/

    ReplyDelete
  2. जाट नायक महाराजा सूरजमल का वह पत्र जिसने भारत को बार-बार पराजित करने वाले दुर्दांत अहमदशाह अब्दाली का ऐसा मान मर्दन किया कि वह सूरजमल का सामना नहीं कर सका और चुपचाप चला गया.
    http://jatnayak.com/maharaja-surajmal-letter-to-abdali/

    ReplyDelete
  3. भरतपुर राज्य का संस्थापक राजाराम को माना जाता है. वह अति जुझारू जाट नेता था. उसने बिना सत्ता धारण किये ही मुग़ल सत्ता को चुनौती देने के लिए अकबर की कब्र को खोदकर उसकी हड्डियों को जलाकर उनकी राख को यमुना नदी में प्रवाहित कर दिया था.
    http://jatnayak.com/rajaram-jat/

    ReplyDelete